पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान, पर टिकैत ने कहा जब तक संसद में नही आता,

पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान, पर टिकैत ने कहा जब तक संसद में नही आता,
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दिल्ली-

पीएम मोदी ने 3 नए कृषि कानूनों को वापस लेने का किया एलान, कहा- आंदोलन खत्म करें किसान

राष्ट्र के नाम संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. उन्होंने कहा कि कुछ किसान भाइयों को समझा नहीं पाए. आज गुरुनानक देव का पवित्र पर्व है. ये समय किसी को दोष देने का समय नहीं है।

प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को संबोधित गुरुपर्व और कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं दी. ये भी बहुत सुखद है, कि डेढ़ साल के अंतराल के बाद करतारपुर साबिह कॉरिडोर अब फिर से खुल गया है. उन्होंने कहा कि मैंने कितनी चुनौतियों को काफी करीब से देखा है. उन्होंने कहा कि किसान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.

पीएम मोदी ने कहा कि सौ में से 80 किसान हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर हैं. ऐसे किसान की संख्या 10 करोड़ से भी ज्यादा है. उनकी पूरी जिंदगी का आधार यह जमीन का छोटा सा टुकड़ा है और इसी सहारे वे अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं.पीएम मोदी ने कहा कि पीढ़ी दर पीढ़ी यह जमीन का टुकड़ा और छोटा जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीज, बीमा और बाजार पर किया काम. पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने अच्छी क्वालिटी के बीज के साथ ही यूरिया, स्वाइल हेल्थ कार्ड और माइक्रो इरिगेशन से भी जोड़ा. उन्होंने कहा कि हमने 22 करोड़ स्वाइल हेल्थ कार्ड दिया।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की तरफ से की गई उपज की खरीद ने पिछले कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कृषि मंडियों के आधुनिकीकरण के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि किसानों का कानूनों को समझाने का भरपूरा प्रयास किया गया, अनेक माध्यमों से. लेकिन वह समझ नहीं पाए. उन्होंने कहा कि हमने किसानों की बातों और उनके तर्क को समझने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. जिन कानूनों पर ऐतराज था उनको समझने में सरकार ने भरपूर कोशिश की।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु पूर्णिमा पर किसानों के लिए का बड़ा ऐलान किया, पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने  कृषि में सुधार के लिए तीन कानून लाए गए थे ताकि छोटे किसानों को और ताकत मिले, सालों से ये मांग देश के किसान और विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री मांग कर रहे थे जब ये कानून लाए गए, तो संसद में चर्चा हुई देश के किसानों, संगठनों ने इसका स्वागत किया, समर्थन किया मैं सभी का बहुत बहुत आभारी हूं , साथियों हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए देश के कृषि जगत के हित में गांव गरीब के हित में पूर्ण समर्थन भाव से नेक नियत से ये कानून लेकर आई थी, लेकिन इतनी पवित्र बात पूर्ण रूप से किसानों के हित की बात हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाए, भले ही किसानों का एक वर्ग इसका विरोध कर रहा था हमने बातचीत का प्रयास किया, ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी गया. पीएम मोदी ने कहा, हमने कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया,  साथ ही पीएम मोदी ने किसानों से अपील की आप अपने अपने घर लौटे खेत में लौटें परिवार के बीच लौटें एक नई शुरुआत करते हैं, पीएम मोदी की द्वारा वापस लिए गए कृषि कानुनो को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर आंदोलन वापस ना लेने की बात कही है टिकैत ने कहा जब संसद में कृषि कानून को रद्द नहीं किया जाता तब तक आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा और वह एमएसपी को लेकर बात साफ करें

 

 

Rupesh Negi

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