अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री के धरने का आज दूसरा दिन,क्या बोले रावत दूसरे दिन।
देहरादून– उत्तराखंड की बेटी अंकिता को न्याय दिलाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कल से धरने पर हैं, रावत 24 घंटों के लिए गांधी पार्क के गेट के सामने धरने पर बैठे हुए हैं,
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत वनंतरा रिसेप्शनिस्ट मामले में इंसाफ की मांग को लेकर सोमवार को धरने पर बैठे थे, इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि वनंतरा प्रकरण में बेटी को न्याय मिलना चाहिए।
कहा कि वनंतरा रिसार्ट में वीआइपी को लेकर राज्य सरकार के मंत्री का जो बयान आगे आया है, वह भविष्य में मुकदमे को प्रभावित कर सकता है।
हरीश रावत ने कहा कि वनंतरा रिसार्ट की रिसेप्शनिस्ट ने वाट्सएप चेटिंग में कहा है कि उस पर रिसार्ट में वीआइपी को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव डाला जा रहा था। इस संबंध में वीआइपी की उपस्थिति गंभीर मामला है।इसकी CBI जांच होनी चाहिए और किसी रिटायर जज के दायरे में जांच हो, तब जो भी सामने आए दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए, लेकिन भाजपा ने सबूत मिटाने के लिए कंही आग लगा दी कंही बुलडोजर चला दिया गया, इससे जांच प्रभावित हुई है।
जब हरीश रावत से पूछा की इस दौरान कांग्रेस पार्टी के 19 विधायक, प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष में से कोई भी हरीश रावत के धरने में दिखाई नहीं दे रहे हैं ऐसे में अब कांग्रेस पर फिर सवालों के घेरे में है क्या यह धरना केवल हरीश रावत का ही है या फिर पार्टी में सामान्य स्थिति नहीं है हालांकि इस को लेकर कांग्रेस के तमाम नेताओं का कहना है कि यह कोई राजनीतिक विषय नहीं है यह केवल भावनाओं से जुड़ा विषय है ऐसे में तमाम विधायकों को या जनप्रतिनिधियों को अलग-अलग क्षेत्रों में काम है जिस कारण वह धरने में मौजूद नहीं हो पाए हैं, वही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि सभी से अपील की गई है और यह जन भावनाओं का विषय है ऐसे में जो व्यक्ति आना चाहे वह आ सकते हैं।