लोकसभा चुनाव का इस गांव ने क्यों किया बहिष्कार, पोस्टर मे लिखा वोट मांगकर ना करें शर्मिंदा।
देहरादून– राजधानी देहरादून से 20 किलोमीटर की दुरी पर बसे कई गांव आज भी अच्छी सड़क को तरस रहे है , ग्राम सभा पट्टी मिसरास के ग्रामवासियो ने जिलाधिकारी से निवेदन किया है कि 2024 लोकसभा मे समस्त ग्रामवासियों द्वारा यह निर्णय लिया गया कि आगामी लोकसभा चुनाव का पुनः बहिष्कार करंगे। पट्टी मिसरास ग्रामसभा ने वर्ष 2019 में भी लोक सभा चुनाव का बहिष्कार किया था, लेकिन सरकार के कान मे जूँ तक ना रेंगी और आज भी ग्राम वासियों को ख़राब सड़को से ही शहरो की दुरी तय करनी पडती है, ग्राम वासियों का आरोप है की पूर्व की सरकार रही हो या वर्तमान सरकार किसी ने भी गांव की तरफ नहीं देखा, और चुनाव आते ही सब वादे तो करते है पर पूरा कोई नहीं करता।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर की उपस्थिति में एनएचएआइ के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उन्होंने अधिकारियों को मार्ग निर्माण का प्रस्ताव जल्द तैयार करने को कहा था। यह प्रस्तावित मार्ग चकराता रोड पर नंदा की चौकी से शुरू होकर डूंगा से मसूरी वाया हाथीपांव बनाया जाना था, इसकी लंबाई करीब 27 किलोमीटर बताई गई थी जिसका की कई बार सर्वे भी कराया गया।
डूंगा मसूरी बाइपास को लेकर कई बार वादे किये गए लेकिन आज तक धरातल पर नहीं उतरे, राजधानी देहरादून से मात्र 20 किमी की दूरी पर बसा ग्राम पट्टी मिसरास मे अच्छी सड़क नहीं है, जिससे यंहा की ग्रामवासियो ने यह निर्णय लिया सड़क नहीं तो वोट नहीं 2024 लोक सभा का पूर्ण बहिष्कार करेंगे, इतना ही नहीं आने वाले निकाय व पंचायत, विधानसभा चुनावों का भी रूप से बहिष्कार किया जायेगा।