श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खुलेंगे, नरेंद्रनगर (टिहरी) स्थित राजदरबार में हुई कपाट खुलने की तिथि घोषित।
टिहरी/नरेंद्रनगर–उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की विधिवत शुरुआत 10 मई 2024 से हो जाएगी। अक्षय तृतीया के दिन मां गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी। वही श्रीबद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि भी बसंत पंचमी पर तय हो गई है। बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को ब्रह्म मुहूर्त पर प्रात 6:00 बजे खुलेंगे। बसंत पंचमी के अवसर पर नरेंद्र नगर टिहरी स्थित राज दरबार में कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई है। आपको बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि शिवरात्रि के दिन तय होगी। मंदिर समिति की ओर से चार धाम यात्रा की तैयारी शुरू कर दी गई हैं। सबसे पहले मां गंगा और मां यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे जिसके बाद चार धाम यात्रा की विधिवत शुरुआत हो जाएगी। बीते वर्ष 2023 में चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं के आने के पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़े,, करीब 55 लाख श्रद्धालु चारों धाम में पहुंचे थे। बद्री विशाल के कपाट खुलने की तिथि तय होने के मौके पर महाराजा मनुजेन्द्र शाह ने भगवान बद्री विशाल से विश्व शांति व सभी के अमन, चैन तथा समृद्धि की कामना की।
बसंत पंचमी पर नरेंद्रनगर के राजमहल में भगवान बद्री विशाल के कपाट खोलने व तिलों के तेल पिरोने की तिथि तय हुई। धरती पर बैकुंठ धाम कहे जाने वाले व करोड़ों-करोड़ हिंदुओं की आस्था के केंद्र भगवान बद्री विशाल के कपाट आगामी 12 मई को प्रातः 6:00 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। जबकि भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए 25 अप्रैल को नरेंद्रनगर के राजमहल में सुहागिन महिलाओं के द्वारा भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए तिलों का तेल पिरोया जाएगा। बसंत पंचमी के पावन अवसर पर नरेंद्रनगर राजमहल में राजपुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल ने टिहरी के महाराजा मनुजेन्द्र शाह की कुंडली व ग्रह नक्षत्रों की गणना कर भगवान बद्री विशाल के कपाट खोलने व तेल पिरोने की तिथि व समय निर्धारित किया, पौराणिक परंपरा अनुसार इसकी घोषणा महाराजा मनुजेंद्र शाह द्वारा की गयी।
14 फरवरी।विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार 12 मई कोे प्रात: 6 बजे खुलेंगे। आज बसंत पंचमी को राजदरबार नरेंद्र नगर में आयोजित धार्मिक समारोह में पूजा-अर्चना तथा पंचांग गणना के पश्चात विधि-विधान से यात्रा वर्ष 2024 के लिए कपाट खुलने की तिथि की घोषणा की गयी जबकि तेल-कलश यात्रा की भी तिथि 25 अप्रैल को तय हुई।इस दौरान राजमहल में कई विशिष्टजन एव बड़ी संखा में श्रद्धालुगण मौजूद रहे।
टिहरी राजदरबार नरेंद्रनगर में आज प्रातः से कपाट खुलने की तिथि घोषित करने के लिए कार्यक्रम शुरू हआ महाराजा मनुजयेंद्र शाह,सांसद रानी माला राज्यलक्ष्मी शाह सहित श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर(बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय, राजकुमारी शिरजा शाह की उपथिति में पंचांग गणना पश्चात राजपुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने तिथि तय कर महाराजा के सम्मुख रखी तत्पश्चात महाराजा मनुजयेंद्र शाह ने कपाट खुलने की तिथि की विधिवत घोषणा की इस दौरान राजमहल परिसर जय बदरी विशाल के उद्घोष से गूंज उठा।
इससे पहले डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी- सदस्यों ने तेल कलश राजदरबार के सुपुर्द किया। इसी कलश में राजमहल से तिलों का तेल पिरोकर 25 अप्रैल तेलकलश यात्रा राजमहल से शुरू होकर कपाट खुलने की तिथि पर भगवान बदरीविशाल के अभिषेक हेतु श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगी।
इस अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होते ही यात्रा की तैयारियों शुरू कर दी गयी है। मंदिर समिति आगामी बजट में यात्री सुविधाओं हेतु पर्याप्त बजट प्रावधान करेगी।उन्होंने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय के अवसर पर सबको बधाई दी है।
कपाट खुलने की तिथि तय होने के अवसर मुकुंदानंद महाराज डिमरी पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी,मंदिर समिति सदस्य वीरेंद्र असवाल, श्रीनिवास पोस्ती, पुष्कर जोशी भास्कर डिमरी,राजपाल जड़धारी, हरीश डिमरी, विनोद डिमरी,सुरेश डिमरी, मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, अनुसचिव धर्मस्व रमेश रावत,धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, निजी सचिव प्रमोद नौटियाल,मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़, माधव नौटियाल, संजय डिमरी, ज्योतिष डिमरी आदि मौजूद रहे।