विधानसभा सत्र आज से शुरू, समान नागरिक संहिता लागू (UCC) करने की चुनौती।
देहरादून– देहरादून विधानसभा मे 5 फरवरी 2024 से विधानसभा सत्र शुरू हुआ, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने सत्र की तिथि 5 से 8 फ़रवरी तय की गयी है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा सत्र नियमित अन्तराल में आहुत किया जाता है। कभी -कभी विशेष परिस्थितयों में विधानसभा द्वारा विशेष सत्र का आहवान भी किया जाता है। बैठक में चर्चा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने सभी दलीय नेताओं से सत्र को व्यवस्थित एंव सौहार्दपूर्ण वातावरण में संचालित करने में सहयोग की अपील की।
मंगलवार को सदन में पेश होगा यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल, कांग्रेस के साथ बसपा भी बिल के विरोध में,सरकार को भरोसा आसानी से पास होगा यूसीसी बिल,
विधानसभा की आज की कार्रवाई दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित हो गई। अब सभी की निगाहें कल पर टिकी हैं। मंगलवार को सरकार यूनिफॉर्म सिविल कोड का बिल सदन में पेश करेगी।यूनिफॉर्म सिविल कोड यानि UCC लागू करने के लिए बुलाए गए उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। सत्ता पक्ष जहां हर हाल में UCC को इस विशेष सत्र में पास करना चाहता है। वहीं UCC को लेकर विपक्ष सरकार से सवाल जवाब में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता है। इसको लेकर उसने खासी रणनीतियां तैयार की है। जिसमें कांग्रेस को बसपा का भी साथ मिल रहा है।
लंबे समय देश का एक बड़ा वर्ग देश में एक समान कानून लागू करने की वकालत कर रहा है। केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा वर्षों से देश में समान नागरिक संहिता लागू करने का अवसर देख रही है। ऐसे में छोटे से राज्य उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने समान नागरिक संहिता लागू करने का बड़ा फैसला ले लिया है। उसके इस फैसले पर देश और दुनिया की निगाह है।
यूसीसी की विशेषज्ञ समिति के गठन से लेकर इसकी ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार करने और इसे सौंपे जाने तक हर पड़ाव केंद्रीय नेतृत्व की निगाह से गुजरा है। अब वह यह देखेगा कि सरकार इसे किस कुशलता के साथ लागू करती है। जानकारों का मानना है कि उत्तराखंड में खुली इस खिड़की से निकलने वाली यूसीसी की हवा दूसरे राज्यों में तभी अपना असर छोड़ेगी, जब यह उत्तराखंड में अपना रंग दिखाएगी। धामी सरकार के लिए यूसीसी की ड्राफ्ट रिपोर्ट बनाने के साथ इसे प्रभावी ढंग से लागू करने की अगली चुनौती है।
यूसीसी पर विपक्ष ने मजबूत रणनीति तैयारी करने में जुटी हुई है।विपक्ष सरकार द्वारा लाए जा रहे समान नागरिक संहिता विधेयक को लेकर खासतौर पर रणनीति बना रही है। हांलाकि विपक्ष पहले ड्राफ्ट का अध्ययन करने की बात कर रहा है। अब देखना यह होगा कि मंगलवार को सदन में विपक्ष का रुख क्या रहता है। वहीं कांग्रेस के साथ बसपा भी विधानसभा के विशेष सत्र में UCC को लेकर सरकार को घेरने का पूरा मन बना चुकी है। बसपा नेता मोहम्मद शहजाद का कहना है कि भाजपा का हर फैसला चुनावी लाभ के लिए होता है।
देखना यह होगा कि विशेष सत्र में सरकार UCC को लेकर विपक्ष के सवालों का जवाब किस तरह देती है। और कब तक राज्य में UCC को लागू करवाने में सफल हो पाती है।