अतीक ओर असरफ की गोली मारकर हत्या, तीनों हत्यारे पेशेवर शूटर, 5 पिस्टल मौक़े से हुई बरामद।
प्रयागराज– कोर्ट से कस्टडी मिलते ही मारने का प्लान बनाया गया, मीडिया चैनल की तरह है एक नया माइक अरेंज किया गया, मीडिया कर्मी बनकर लवलेश, सन्नी, अरुण नाम के लोग लगातार मीडिया कवरेज के दौरान साथ घूम रहे थे, आज मेडिकल के दौरान जैसे ही जब मीडिया बाईट लेने की कोशिश में था, तभी फ़ायरिंग की क्योकि थोड़ा रुके थे मीडिया के काफिले में। तीनो आरोपियों से STF पूछताछ कर रही है, फोरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंची है, अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने के बाद आरोपियों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए और हाथ उठाकर सरेंडर कर दिया।
प्रयागराज से बहुत बड़ी खबर सामने आई कॉल्विन हॉस्पिटल के पास अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को मेडिकल कॉलेज लेकर आया गया था। यहीं पर उनकी हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि पुलिस ने गोली मारने वाले को पकड़ लिया है। इस हमले में एक पुलिस कॉन्स्टेबल मान सिंह घायल हुआ है, उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल में मेडिकल कराने पहुंचे अतीक और अशरफ को तीन युवकों ने गोली मार दी। करीब 10 राउंड फायरिंग की गई। हमलावर पहले से घात लगाए बैठे थे। अतीक अहमद के सिर पर गोली मारी गई है। गोली मारने के बाद हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
जब पुलिस टीम अतीक और अशरफ को मेडिकल ले लिए लेकर जा रही थी। इसी दौरान तीन-चार हमलावर अचानक बीच में पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस पूरे हमले को बकायदा पुलिस के सामने अंजाम दिया गया है। कई चैनल के रिपोर्टर मौके पर बाइट के लिए मौजूद थे।
हमले के बाद सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि कैसे हमलावरों ने जयश्री राम के नारे लगाए और सरेंडर कर दिया। अतीक और अशरफ को कस्टडी रिमांड में लेकर लेकर पूछताछ कर रही प्रयागराज पुलिस रात दस बजे काल्विन हास्पीटल में ले गए थे। यहां अतीक मीडिया को बयान दे रहा था, तभी पीछे से आए तीन युवकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुई फायरिंग के बाद दोनों की मौत हो गई। हमलावरों को पुलिस ने पकड़ लिया। इसके पहले शाम को अतीक अहमद और अशरफ की निशानदेही पर पुलिस टीम ने कसारी मसारी स्थित नाटी उर्फ नाटू तिराहे के पास जंगल मे बने एक खंडहर से उमेश पाल की हत्या में प्रयुक्त दो पिस्टल (एक अमेरिकी) बरामद की हैं। पुलिस को 55 से अधिक कारतूस भी मिले हैं। उल्लेखनीय बात यह है कि इसमें पांच कारतूस पाकिस्तान ऑर्डिनेंस निर्मित बताए जा रहे हैं।