UPCL ने कसी कमर, विकास पथ पर अग्रसर यूपीसीएल, दीपावली में निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु संकल्पित।
देहरादून– मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्णायक नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में पूरा प्रदेश विकास की दीपावली मना रहा है जिसके तहत ऊर्जा वितरण क्षेत्र में प्रबन्ध निदेशक, यूपीसीएल के दूरगामी दृष्टिकोण तथा प्रयासों के फलस्वरूप उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को उत्तम एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कर राज्य के विकास में अहम योगदान दे रहा है। उल्लेखनीय है कि यूपीसीएल विगत वर्षों में विकास एवं उन्नति के पथ पर अग्रसर है जिसमें विभाग द्वारा विगत वर्षों से हिमालयी राज्यों में उत्कृष्ट उपभोक्ता सेवा रेटिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा ए०टी०एण्डसी० हानियाँ को लगातार कम करते हुए 14.85 प्रतिशत पर लाया गया है जो कि राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। वर्तमान में यूपीसीएल द्वारा प्रदेश भर में विभिन्न कार्ययोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है जिनमें देहरादून शहर के मुख्य मार्गों की उपरिगामी लाईनों के भूमिगतिकरण के कार्य, प्रदेश भर में लगभग 15.87 लाख स्मार्ट मीटर की स्थापना, वोल्टेज एवं पावर फैक्टर के गुणवत्ता में सुधार हेतु उपसंस्थानों पर कैपिसिटर बैंक की स्थापना, डिजिटलीकरण एवं ऑटोमेशन को बढ़ावा देने हेतु ERP, SCADA तथा RT-DAS प्रणाली की स्थापना के कार्य किये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त यूपीसीएल ने भारत नेट योजना के तहत शतप्रतिशत् विद्युतीकरण का लक्ष्य प्राप्त करने में सफलता अर्जित करने के साथ देश में प्रथम स्थान हासिल किया है तथा आर०डी०एस०एस० योजना के तहत लॉस रिडक्सन के कार्यों में भारत सरकार द्वारा शतप्रतिशत् प्राक्कलन पास करा कर अनुकरणीय सफलता प्राप्त की है। उपभोक्ताओं सेवाओ की बेहतरी के लिये प्रदेश भर में उपभोक्ता सेवा शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा है।
प्रबन्ध निदेशक महोदय द्वारा आगामी दीपावली पर्व को ध्यान में रखते हुए सभी क्षेत्रीय दलों को युद्धस्तर पर कार्य करते हुए निर्बाध विद्युत आपूर्ति की बहाली तथा हाई अलर्ट मोड में कार्य करने के साथ-साथ ओवर लोडिंग तथा बिजली सम्बन्धी किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न होने पाये उसके लिये उपसंस्थानों, सभी ट्रांसफार्मर की मॉनिटिरिंग तथा लाइनों में लगे इन्सुलेटर की स्थिति का निरीक्षण नित्य प्रतिदिन करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही दीपावली पर्व के दौरान सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी एवं अवर अभियन्ता अपने-अपने उपसंस्थानों / क्षेत्र में उनकी उपलब्धता / उपस्थिति सुनिश्चित रखते हुए किसी भी परिस्थिति में शीघ्रता से सम्पर्क कर आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु भी प्रबन्ध निदेशक, यू०पी०सी०एल० द्वारा निर्देशित किया गया।