घर बैठकर लाखों रुपए कमा रही है Dehradun की ये महिलाएं, देशभर में शुद्ध और ऑर्गेनिक सामान की लगातार बढ़ रही है डिमांड।

देहरादून– women empowerment की बात करने वाली सरकारी योजनाओं की असल हकीकत धरातल पर ही नजर आती है, जब किसी महिला को वाकई इन योजनाओं से फायदा हुआ हो। ऐसी महिलाएं राजधानी देहरादून के ग्रामीण इलाकों में है जो घर में बैठकर सरकारी योजना के माध्यम से मेहनत कर लाखों रुपए महीना कमा रही है। एक तरफ भागदौड़ भरी जिंदगी में अच्छे खाने पीने की तलाश हो रही है। वहीं दूसरी तरफ पूरी तरह से ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों से बने आचार को बनाने वाली महिलाएं अपने साथ और लोगों को भी रोजगार देना का काम कर रही है।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही मजबूत और सशक्त बनाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। जिसमें कई तरह की ऐसी योजनाएं है जो कम लागत पर थोड़ी मेहनत करने के बाद अच्छा मुनाफा दे सकती है। वहीं आज देशभर में शुद्ध और ऑर्गेनिक सामान की काफी डिमांड है। अगर थोड़ी मेहनत करने पर भी उसको अच्छा मुनाफा हो सकता है। जिसमें काफी हद तक सरकार भी मदद करती है। साथ ही अगर आप समूह बनाकर काम करते है, तो फिर आप अपने साथ अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकते है।
देहरादून के विकासनगर के डोबरी गांव निवासी दीपा रावत परिश्रम के बल पर आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर हो गई हैं। अचार, चटनी, मसाला निर्माण के बल पर वह अपना मुकाम बना पाने में सक्षम हो पाई। उनके अचार और उत्पादों की क्वालिटी इतनी बेहतर है कि विदेशों से भी आर्डर आते हैं। उत्तराखंड समेत विभिन्न प्रदेशों में उत्पाद बिक रहे हैं। दीपा का कहना है कि विवाह से पूर्व भी वह खेती करती थी। वह सोलह वर्ष तक नौकरी करती थी कोरोना काल मे नौकरी चली गई, जिसके बाद किसी तरह गुजारा हो पा रहा था । फिर उन्होंने वैष्णवी स्वयं सहायता समूह बनाया, लेकिन वह उद्यम निजी तौर पर ही करती है। अचार समेत अन्य सामान अपने घर पर ही तैयार करती है। और आज लाखो का रोजगार कर रही है।