नवयुग कंपनी ने मुंबई में भी ली थी 20 मजदूरों की जान, शाहपुर थाने में दर्ज है केस, ऋषिकेश रेल लाइन पर 2020 करोड़ का काम कर रही है कंपनी।

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देहरादून– उत्‍तरकाशी के जिस टनल में 41 मजदूर फंसे हैं उसका निर्माण नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है, इस भारतीय एमएनसी के पोर्टफोलियो में सड़क निर्माण, ब्रिज, मेट्रो रेल, मरीन वर्क, आईटी/आईटीईएस कंपनियों, पोर्ट, पॉवर प्रोजेक्‍ट्स और स्‍टील यूनिट्स तक शामिल हैं,

1986 में सी विश्‍वेश्‍वर राव (C Visweswara Rao) ने नवयुग ग्रुप की स्‍थापना की थी, इस कंपनी ने भारत में सबसे लंबा रिवर ब्रिज बनाया है. पीएम मोदी ने असम में इस ढोला-सादिया ब्रिज का उद्घाटन किया था. ब्रह्मपुत्र नदी पर स्थित इस पुल की लंबाई 9.15 किमी है. ये ऐतिहासिक पुल तिनसुकिया जिले में ढोला को सादिया से कनेक्‍ट करता है. सामरिक लिहाज से ये इसलिए अहम है क्‍योंकि ये सीमावर्ती राज्‍य अरुणाचल प्रदेश के निकट स्थित है🩷mkk

नव युग कंस्ट्रक्शन कंपनी पहले भी 20 लोगों की जान ले चुकी है। घटना अगस्त 2023 की है। महाराष्ट्र समृद्धि एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लापरवाही के चलते गार्डर धराशाही हो गया। इस दुर्घटना में 20 मजदूरों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। नवयुग कंस्ट्रक्शन कंपनी यहां 2 दशमलब 29 किलोमीटर हिस्से में काम कर रही थी। 20 लोगों की मौत हो जाने पर तब प्रधानमंत्री ने दुख जाहिर किया और अपने ट्वीट में मृतक को श्रद्धांजलि और उनके परिवारों को ढांढस बंधाया। यहां तब सामने आया था कि कंपनी ने श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती, परिणाम यह रहा कि कई घर के दिए बुझ गए। मुंबई के शाहपुर थाने में कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। 1 अगस्त 2023 को दर्ज मुकदमें उल्लेख किया गया है कि नवयुग कंस्ट्रक्शन कंपनी मुंबई और नागपुर के बीच 701 किलोमीटर लंबे राजमार्ग समृद्धि एक्सप्रेसवे के पैकेज 16 के निर्माण के लिए नियुक्त की गई थीं और कंपनी की लापरवाही के कारण हादसा हुआ। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि एफआईआर आईपीसी की धारा 304 (ए) (लापरवाही के कारण मौत का कारण बनना), 337 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कार्य से चोट पहुंचाना), 338 (जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कार्य से गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत दर्ज की गई थी। एफआईआर में कहा गया है, “नवयुग इंजीनियरिंग और वीएसएल द्वारा नियुक्त उपठेकेदारों ने श्रमिकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानी नहीं बरती और उनकी लापरवाही के कारण गर्डर और लॉन्चर गिर गए। कंपनी के खिलाफ मुम्बई में यह मुकदमा हादसे के दौरान घायल बिहार के मजदूर प्रेम प्रकाश कुमार ने दर्ज किया है। मामला अभी तक गतिमान है और बताया जा रहा है कि कंपनी इस मामले सेtuo निकलने के लिए तमाम दावपेंच अपना रही है। यही कंपनी सिलक्यारा में ऑल वेदर रोड की सुरंग का निर्माण का रही है कंपनी की लापरवाही सेç यहां 41 श्रमिकों की जंदगी यहां खतरे में है। मात्र यही नहीं बल्कि इसी कंपनी को उत्तराखंड में नवयुग कंस्ट्रशन कंपनी को ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट में 2020 करोड़ का कार्य दिया गया और यहां भी यह कंपनी कार्य कर रही है। नव युग ग्रप का हेडक्वार्टर विशाखापत्नम में है।

Rupesh Negi

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