डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग एक्टिव,अस्पतालों में बेड और दवाइयों के पर्याप्त इंतज़ाम।
देहरादून– राजधानी देहरादून मे डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग एक्टिव मोड में आ चुका है।बरसात के मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियों का खतरा बहुत बढ़ जाता है। इस साल अतियाधिक हुई बारिश ने इस ख़तरे को और बढ़ा दिया है। बारिश में पानी का जमाव मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल जगह बन जाती है, जिसके चलते अधिकांश लोग इस समय में ही बीमार पड़ना शुरू हो जाते हैं। ऐसे में आपको इस वक्त सबसे ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत होती है।
आपको बता दें कि राजधानी देहरादून में डेंगू के 20 नए मरीज़ पाए गए हैं और करीब 7081 जगह लार्वा मिला है जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो चुका है। इस बात को लेकर देहरादून के सीएमओ डॉ. संजय जैन ने कहा कि अस्पतालों में डेंगू और इससे मिलते जुलते लक्षण के काफी मरीज़ आ रहे हैं और ज़्यादातर वायरल इन्फेक्शन से ग्रसित मरीज़ों का डेंगू टेस्ट कराये जाने पर वह नेगेटिव पाया जा रहा है जबकि डेंगू के मरीज़ों के लिए अस्पतालों में बेड और दवाइयों के पर्याप्त इंतज़ाम किये हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि डेली रिपोर्ट के अनुसार देहरादून के मुख्य इलाके जैसे आईएसबीटी, रिस्पना पुल, अजबपुर, धर्मपुर, रीठा मंडी और पटेल नगर से डेंगू के ज़्यादा मरीज़ पाए जा रहे हैं जिसे देखते हुए हमारे द्वारा सगन अभियान चलाया जा रहा है जिससे डेंगू को बढ़ने से रोका जा सके।
एडीज़ एजिप्टी, येलो फीवर मच्छर, एक मच्छर है जो डेंगू बुखार, चिकनगुनिया, जीका बुखार, मायारो और पीले बुखार के वायरस और अन्य रोग एजेंटों को फैला सकता है। इस मच्छर को उसके पैरों पर सफेद निशान और उसके वक्ष की ऊपरी सतह पर वीणा जैसे दिखने वाले एक अंकन और पीठ पर सफेद धारी द्वारा आसानी से पहचाने जा सकते हैं।