छात्रा का गला रेत कर हत्या करने वाला एक अभियुक्त गिरफ्तार, प्रेमी ही निकला हत्यारा
थाना प्रेमनगर ने युवती का गला रेत कर हत्या करने वाला एक अभियुक्त मय आला कत्ल के गिरफ्तार कर लिया है
दिनाँक 27/10/21 को थाना प्रेमनगर पर सूचना दी गई कि उनकी पुत्री 16 वर्ष की किसी अज्ञात द्वारा गला रेत कर हत्या कर दी गई है। तहरीर के आधार पर थाना प्रेमनगर में मुकदमा अज्ञात पंजीकृत करते हुए, अलग-अलग टीमों का गठन किया गया, इसी बीच थाना प्रेमनगर से कोर्ट में पैरवी कर रहे कांस्टेबल द्वारा सूचना दी गई कि एक व्यक्ति के द्वारा कोर्ट परिसर देहरादून के बाहर उपस्थित आकर बताया गया है कि उसके द्वारा प्रेमनगर क्षेत्र में किसी लड़की की गला रेत कर हत्या कर दी है, उक्त सूचना की गंभीरता के दृष्टिगत तत्काल उक्त व्यक्ति को संदिग्धता के आधार पर पूछताछ की गई तो जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त व्यक्ति – तनुज बल्लीवाला थाना वसंत विहार देहरादून 19 वर्ष के द्वारा छात्रा की हत्या की गई है। अभियुक्त तनुज की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक कत्ल में प्रयोग किया गया (चापड़) बरामद करते अंतर्गत धारा 302 भादवी गिरफ्तार किया गया, अभियुक्त को माननीय न्यायालय पेश किया जाएगा। पूछताछ के दौरान अभियुक्त तनुज ने बताया की मेरी वर्ष 2020 में फेसबुक पर छात्रा से मुलाकात हुई थी , इसके बाद हम दोनों कई बार मिले और मुलाकात धीरे धीरे प्यार में बदल गई। और मैंने साथ जीने मरने की कसमें खाई थी। मै छात्रा से बेहद प्यार करने लग गया था लेकिन जब मुझे पता चला कि वो किसी और लड़के से भी चक्कर चल रहा है तो मैं परेशान रहने लगा मैंने कई बार उसको समझाया लेकिन उसने मुझे कहा कि मेरी जिंदगी मैं किसी से भी बात करूं, यह बात सुनकर मुझे बहुत बुरा लगा क्योंकि मैं उसके बिना नहीं रह सकता था, इसी बात को लेकर उसके और मेरे बीच गलतफहमी चल रही थी। आज उसने मुझे बातचीत सॉर्ट आउट करने के लिए फोन करके प्रेमनगर बुलाया लेकिन मुझे पता था कि वह मेरे साथ अब नहीं रहेगी तो मैं अपने घर से एक धारदार चापड़ अपने बैग में रखकर मिलने प्रेमनगर आया और आज जब मैं और वो सब्जी मंडी प्रेम नगर के पास मिले तो बात करते-करते रिंग नंबर 7 की तरफ चले गए जहां पर मेरे और उसके बीच कहासुनी हो गई, इसी दौरान मैंने उसको सड़क के पास झाड़ियों में ले जाकर उसका गला दबा दिया, फिर अपने बैग से धारदार चापड़ निकालकर उसका गला रेत दिया और चाकू झाड़ियों में फेंक दिया और वहां से सीधा देहरादून कोर्ट की तरफ चल दिया, क्योंकि मुझे पता था कि अगर मैं सीधा कोर्ट चला जाऊंगा तो पुलिस की पिटाई से बच जाऊंगा।