पश्चिमी उ०प्र० के 04 शातिर ठगों के मंसूबों पर दून पुलिस ने फेरा पानी,चोरी की बड़ी घटना को देना था अंजाम, हुए गिरफ्तार।
देहरादून/सहसपुर– वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून द्वारा सभी थाना प्रभारियों को अपने अपने थाना क्षेत्रों में आपराधिक घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने तथा आपराधिक प्रवर्ति के व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए उनकी गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखते हुए उनके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने निर्देश दिए गए है। एसएसपी देहरादून को गोपनीय माध्यमों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ठगी की कई घटनाओं को अंजाम देने वाले ठग गिरोह के कुछ सदस्य के देहरादून में आने तथा किसी बड़ी घटना का अंजाम देने की फिराक में सहसपुर क्षेत्र में छुपे होने की सूचना प्राप्त हुई। थाना सहसपुर में पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित कर थाना क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान पुलिस टीम द्वारा सभावाला से सहसपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर निर्माणाधीन हाइवे मार्ग पर सुनसान स्थान पर चोरी की योजना बनाते 04 अभियुक्तों मे
1- सुमित गौतम पुत्र विक्रम उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम- चन्दपुर, थाना बड़गाँव, जिला सहारनपुर, उ0प्र0
2- रमेश पुत्र लखमीचन्द उम्र-32 वर्ष निवासी ग्राम- चन्दपुर, थाना बड़गाँव, जिला सहारनपुर, उ0प्र0
3- विकास पुत्र शिवकुमार उम्र-22 वर्ष निवासी ग्राम- चन्दपुर, थाना बड़गाँव, जिला सहारनपुर, उ0प्र0
4- मोनू कुमार पुत्र पोपी सिंह उम्र-24 वर्ष निवासी ग्राम आलमवीरपुर दूधुली, थाना चरथावल, जिला मुजफ्फरनगर, उ0प्र0, इनके पास से एक तमंचा 01 जिन्दा कारतूस, 01 चाकू, 02 खुखरी व 27 एटीएम कार्ड तथा 02 मोटरसाईकिलों सहित गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तो के विरुद्ध थाना सहसपुर पर मु0अ0सं0 – 353/2024 धारा 313 बीएनएस व 3/4/25 आयुध अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।
पूछताछ में बताया गया कि सुमित, विकास व रमेश सहरानपुर में एक ही गांव के रहने वाले है तथा मोनू जिला मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। उनके गिरोह का सरगना संजय पुत्र अमर सिंह जो कि चन्द्रपुर थाना बड़गांव जिला सहारनपुर उ0प्र0 का रहने वाला है तथा उसके द्वारा पूर्व में देहरादून में विकास नगर तथा ऋषिकेश क्षेत्र में एटीएम ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया गया था, जिसमे वह जेल गया था।
बरामद एटीएम के सम्बन्ध में जानकारी करने पर मशीन से पैसे निकालने आये लोगों से ठगी करना बताया, एटीएम मशीन से पैसे निकलने आये व्यक्तियों को अपनी बातों में उलझाकर उनके पिन कोड की जानकारी प्राप्त कर एटीएम बदल लेते है तथा खाते में धनराशि होने पर उस कार्ड धारक के खाते से रकम निकाल लेते हैं। ये लोगों को डराने धमकाने के लिए अपने पास तमंचे तथा खुखरी आदि रखते है। देहरादून में चारों की बैंक एटीएम व ज्वैलरी की दुकानों की रैकी कर चोरी की बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना थी, जिसके लिए अपने साथ तमंचा, कारतूस व खुखरी/ चाकू लेकर अभियुक्त सुमित तथा मोनू की मोटरसाईकिलों से देहरादून आये थे, उनकी योजना रात्रि में किसी बैंक एटीएम या ज्वैलरी की दुकानो को तोड कर वारदात को अंजाम देना तथा उसके बाद वापस अपने गांव भागने की थी।
अभि0 सुमित थाना देवबंद सहारनपुर से अवैध तमंचे में वर्ष 2017 में, अभियुक्त रमेश थाना जानसठ मुज्जफर नगर से 3 महीने पहले 🏧 कार्ड फ्रॉड में ,अभियुक्त विकास थाना मंसूरपुर मुज़फ्फरनगर से 1 महीने पहले 🏧 फ्रॉड में तथा अभियुक्त मोनू डेढ़ महीने पहले थाना जानसठ मुज़फ्फरनगर से 🏧 फ्रॉड में जेल गए थे ,उनके सरगना संजय के विरुद्ध थाना ऋषि केश और विकासनगर देहरादून में 🏧 फ्रॉड के मुकदमे चल रहे है,सभी के आपराधिक इतिहास के सम्बंध मे संबंधित थानों से जानकारी की जा रही है।