दो बेटों ने पिता को मार डाला, शव जलाते हुए रंगे हाथ पकड़े गए।
गुप्तकाशी (रुद्रप्रयाग)– रुद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी में दो बेटों ने कथित तौर पर अपने पिता की हत्या कर लाश जलाने का भी प्रयास किया, मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि गुप्तकाशी के पास त्रिवेणी घाट पर ग्राम बेडुला निवासी बलवीर सिंह राणा का चाय का खोखा था। वह अपने छोटे बेटे के साथ नदी से रेत भी निकालता था। बड़ा बेटक कई साला बाद घर लौटा, अभी तीन दिन पहले ही महाराष्ट्र से घर आए दूसरे बेटे के साथ किसी बात को लेकर बलवीर की कहासुनी हो गई। गुरुवार सुबह को ग्राम प्रहरी ने पुलिस ने सूचना दी कि त्रिवेणी घाट शव जला रहे हैं। पुलिस जब तक मौके पर पहुंची, शव जल चुका था। एसआई कुलदीप पंत ने बताया कि जहां हत्या हुई वहां से खून और मिट्टी के सैंपल लिए गए हैं। जहां शव जलाया गया, वहां से हड्डियां और राख भी एकत्र की गई।
बुधवार रात बेडूला निवासी बलवीर सिंह 52 वार्षिय की अपने बेटे मनीष 23 वर्षीय और अमित 30 वर्षीय से किसी बात पर बहस हो गई। इससे गुस्साए दोनों बेटों ने उन पर हमला बोल दिया। जिससे बलवीर सिंह की मौत हो गई। रातभर शव घर में ही रखा रहा। बृहस्पतिवार सुबह दोनों शत्र को घाट पर जला रहे थे। लोगों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। हत्या धारदार हथियार से की गई या फिर पीटकर, साफ नहीं हो पाया है। घर में खून जरूर पड़ा मिला, लेकिन कोई हथियार नहीं मिला। आरोपी अमित ने पुलिस को बताया कि उसने पिता के चेहरे पर घूंसा मारा। अंगूठी की चोट से उनकी नाक से खून बहने और कुछ ही देर में उनकी लगा मौत हो गई।
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two sons killed their father and burnt his body in Rudraprayag Uttarakhand
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हैवान बने बेटे, पिता का मर्डर कर फूंक दी लाश
उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी में दो बेटों ने कथित तौर पर अपने पिता की हत्या कर कर लाश भी जला दी। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हैवान बने बेटे, पिता का मर्डर कर फूंक दी लाश
Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, रुद्रप्रयाग। हिन्दुस्तान
Fri, 6 Dec 2024, 09:05:AM
उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी में दो बेटों ने कथित तौर पर अपने पिता की हत्या कर कर लाश भी जला दी। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि गुप्तकाशी के पास त्रिवेणी घाट पर ग्राम बेडुला निवासी बलवीर सिंह राणा का चाय का खोखा था। वह अपने छोटे बेटे के साथ नदी से रेत भी निकालता था। तीन दिन पहले महाराष्ट्र से घर आए दूसरे बेटे के साथ किसी बात को लेकर बलवीर की तकरार हो गई। गुरुवार को ग्राम प्रहरी ने सूचना दी कि त्रिवेणी घाट में दो बेटों ने अपने पिता की हत्या कर दी है और बचने के लिए शव जला रहे हैं। पुलिस जब तक मौके पर पहुंची, शव जल चुका था। एसआई कुलदीप पंत ने बताया कि जहां हत्या हुई वहां से खून और मिट्टी के सैंपल लिए गए हैं। जहां शव जलाया गया, वहां से हड्डियां और राख भी एकत्र की गई।
सीओ रुद्रप्रयाग प्रबोध घिल्डियाल ने बताया कि घटना बुधवार रात की है। आरोपी बेटों 30 वर्षीय अमित राणा और 22 वर्षीय मनीष राणा को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है। दोनों के खिलाफ हत्या और साक्ष्य छुपाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पिता की हत्या के मामले में पुलिस पारिवारिक नफरत को ही कारण मान रही है। हालांकि, इस मामले में पुलिस को पोस्टमॉर्टम के लिए नहीं शव मिला और ना ही पर्याप्त सबूत हाथ लगे। मृतक बलवीर सिंह राणा गांव से दूर त्रिवेणी घाट के पास सड़क किनारे अकेले रहते थे। उनकी पत्नी भी वर्ष 2013 में चली गई थी, जबकि बड़ा बेटा अमित महाराष्ट्र में रहता है। वह इन दिनों छुट्टी पर घर आया हुआ था। छोटा बेटा मनीष कुछ समय से गांव में था। पुलिस हत्या की असल वजह का अभी तक पता नहीं लगा पाई है। हत्या के पीछे पारिवारिक नफरत को कारण माना जा रहा है। बताया गया कि न तो बलवीर की बेटों बनती थी। बेटों का भी पिता के प्रति व्यवहार अच्छा नहीं था। पुलिस का कहना है कि बीती रात कहासुनी के बाद बेटों ने पिता की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार बलवीर की हत्या के बाद भतीजे पंकज राणा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया
अमित ने बताया कि पिता बेहद क्रूर थे, हमेशा सबको पीटते थे। इसी कारण वर्षों पहले मां और बहनें छोड़कर चली गई थीं, वह खुद 15 वर्ष की उम्र में भाग गया था, छोटा भाई मनीष भी बेहद दुखी था। बुधवार रात बात बढ़ गई, जिससे मारपीट हो गई।