केदारनाथ में हुई हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग, पायलट की सूझबूझ से बाल-बाल बचे तमिलनाडु से आए श्रद्धालु।
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देहरादून/रुद्रप्रयाग– छह श्रद्धालुओं को लेकर केदारनाथ जा रहे एक हेलीकॉप्टर में अचानक तकनीकी खराबी आने से उसका संतुलन बिगड़ गया और उसे आपात स्थिति में हेलीपैड से सौ मोटर दूर एक बुग्याल में उतारना पड़ा। पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा जरूर टल गया, लेकिन तीस सेकेंड तक बाबा के धाम में मौजूद श्रद्धालुओं की सांसें अटकी रही। इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
शुक्रवार की सुबह सात बजे के करीब क्रिस्टल एविएशन कंपनी के हेलीकॉप्टर ने सिरसी से छह श्रद्धालुओं को लेकर केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भड़ी। पायलट कल्पेश उसे उड़ा रहा था। केदारनाथ धाम में स्थित हेलीपैड पर पहुंचने से पहले इसमें तकनीकी खराबी आई और इसका संतुलन बिगड़ गया। हेलीकॉप्टर हवा में लहराया और गोलाकार घूमने लगे। पायलट ने सूझबूझ का परिचय दिया और हेलीकॉप्टर को काफी मुश्किल से हेलीपैड से लगभग सौ मीटर की दूरी पर बुग्याल में आपात लैंड कराया। आपात लैंडिंग के पहले उसका पिछला हिस्सा जमीन से टकाराया। लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग सौरभ गहरवार ने बताया हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग की गई, जिसमें सभी तीर्थ यात्री सुरक्षित हैं। उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि हेली में आई तकनीकी खराबी की जांच कराई जा रही है।
यूकाडा ने डीजीसीए को भेजी रिपोर्ट, जांच शुरू
केदारनाथ में आपात स्थिति में हेलीकॉप्टर की हुई लैंडिंग को उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने गंभीरता से लिया है। इस संबंध में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) नई दिल्ली को रिपोर्ट भेजी गई है। कमिश्नर गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला कि क्रिस्टल कंपनी के चॉपर के हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आ गई थी। इससे उसका रोटर खराब हुआ और उड़ान भरने में समस्या पैदा हुई। इस कारण आपात लैंडिग कराई गई। राज्य सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग ने इस मामले की प्रारंभिक जांच की है और इसकी रिपोर्ट डीजीसीए को भेजी गई है। डीजीसीए की एक टीम रुद्रप्रयाग के लिए रवाना हो गई है। इस मामले की विस्तृत जांच के बाद संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।