देहरादून– रोड नही तो वोट नहीं को लेकर गाँव वालों ने भारी हुंकार, लोकसभा चुनाव नजदीक आ चुके है और इस बार नेताओं के चुनावी वायदे भी दिखने लगे है।
लेकिन कुछ पुराने वायदे ऐसे हैं नेताओं के जिन्हें नेता तो भूल गए लेकिन जनता ने याद रखा है और अब यही नेताओं को आईना दिखाने का काम कर रही है। राजधानी देहरादून से लगभग 25 किलोमीटर दूर सहसपुर विधानसभा ग्राम पंचायत मिसरास पट्टी इन दिनों जनता की जुबां पर है कारण है ग्राम पंचायत द्वारा चुनाव का बहिष्कार करने का।
ग्रामीणों की मांग है कि आजादी के बाद से अभी तक उनके गांव में कच्ची रोड तो बनी लेकिन उस रोड का डामरीकरण नही हुआ। गांव मिसरास पट्टी के लोगो ने अब तक न तो अपने गांव में किसी सांसद को देखा और ना ही सीएम को, हा विधायक को कुछ राजनैतिक कार्यक्रमों में जरूर देखा .. लेकिन गांव वालों की वर्षों पुरानी मांग आज तक पूरी नहीं हुई। ग्राम प्रधान दीवान सिंह पुंडीर ने कहा कि 2004 में उनके गांव की इस रोड की स्वीकृति मिली थी, लेकिन तब से लेकर आज तक ये सड़क पक्की नहीं हुई । सड़क को बनाने के लिए ग्रामीणों ने सचिवालय, नेता मंत्री विधायक सबके चक्कर काटे लेकिन उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई।
ग्रामीणों ने भी अब सड़क पक्की होने की उम्मीद छोड़ दी है .. ग्रामीणों की माने तो उनके गांव तक न तो सरकार का विकास पहुंचा और न ही है नेताओं ने अपने वायदे पूरे किए ।