उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, कांग्रेस के प्रत्याशी ने थामा भाजपा का दामन।
देहरादून– 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने कांग्रेस को एक बड़ी पटखनी दी है 2022 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े रंजीत दास को आज भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी ज्वाइन कर आई है, रंजीत दास अपने निकटतम प्रतिद्वंदी चंदन रामदास से 12 हजार वोटों से हारे थे।
बागेश्वर चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी शुरू से ही अपनी कमर कसे हुए हैं और लगातार प्रयास कर रही है कि किसी भी हाल में भारतीय जनता पार्टी बागेश्वर उपचुनाव में बड़ी जीत दर्ज करें बागेश्वर उप चुनाव में जीत के बाद 2024 लोकसभा चुनाव में जितना आसान होगा इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी अभी से प्रयास कर रही है तो वहीं कांग्रेस को रंजीत दास के भाजपा में जाने से बड़ा झटका लगा है फिलहाल इस झटके से भरने के लिए कांग्रेस क्या करती है या आने वाला वक्त ही बताएगा।
बागेश्वर उपचुनाव से पहले बीजेपी ने बड़ा ट्रंप कार्ड खेलते हुए कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए वहां से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रंजीत दास को बीजेपी की सदस्यता दिलाई। हर बार की तरह इस बार भी बीजेपी ने कांग्रेस से आगे बढ़ते हुए बाजी मारने का काम किया। वहीं कांग्रेस अभी तक अपने नाम फाइनल नहीं कर पाई लेकिन बीजेपी ने जहां अपने नाम सेंट्रल कमेटी को भेज दिए तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के ही घर में सेंध लगाकर कांग्रेस को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर वह किसे अब चुनावी मैदान में उतारेंगे। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि रंजीत दास ने कांग्रेस से व्यथित होकर बीजेपी की नीतियों को सरहते हुए भाजपा का दामन थामा है और उन्हें बीजेपी ज्वाइन करने के बाद पार्टी पूरा सम्मान देगी। रंजीत दास ने सदस्यता लेने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का धन्यवाद अदा किया और कहा कि पार्टियों उन्हे जो भी जिम्मेदारी देगी वह उन जिम्मेदारियों का पूरा पालन करेगें।
बागेश्वर उपचुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी के संभावित प्रत्याशी रंजीत दास के बीजेपी में शामिल होने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की प्रतिक्रिया सामने आई है। करन माहरा का कहना है कि कांग्रेस ने रंजीत दास को बागेश्वर नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ाया था उसके बाद 2022 का विधानसभा का प्रत्याशी भी बनाया था लेकिन वे हार गए थे, इस बार भी उप चुनाव के लिए बागेश्वर से तीन नामों के पैनल में रंजीत दास का नाम भी शामिल किया गया था … लेकिन उनके भाजपा में जाने की सूचना मिली है इस पर वह बेहतर तरीके से बता पाएंगे । कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा की पहले भी कांग्रेस पार्टी ने रंजीत दास के पिता को विधायक का टिकट दिया था वह चुनाव जीते थे उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला था और उसके बाद उनके बेटे को चुनाव लड़ाया था लेकिन वह हार गए थे … ऐसे में उन्हें अपनी योग्यता पर भरोसा था और वह कांग्रेस छोड़ भाजपा में चले गए है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की बागेश्वर विधानसभा सीट से कांग्रेस के कार्यकर्ता यह ठान चुके हैं भाजपा को मात देनी है।