बिहार के चर्चित प्रोफेसर ललन कुमार का सच आया सामने, सैलरी के 23 लाख लौटाने वाले प्रोफेसर के खाते में 1 हजार भी नहीं, अब बोले-गलती हो गई।

बिहार के चर्चित प्रोफेसर ललन कुमार का सच आया सामने, सैलरी के 23 लाख लौटाने वाले प्रोफेसर के खाते में 1 हजार भी नहीं, अब बोले-गलती हो गई।
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बिहार / मुजफ्फरपुर–नेशनल ओर रिजनल मिडिया की सुर्खिया बटोरने वाले प्रोफेसर ललन कुमार खूब छाये रहे,अब फिर सुर्खियों आ गए हैं,

सैलरी लौटाने वाले नीतिश्वर सिंह कॉलेज के चर्चित प्रोफेसर ललन कुमार ने लिखित माफी मांग ली है। कॉलेज में पढ़ाई ना होने का आरोप लगाते हुए 24 लाख रुपये लौटाने वाले प्रोफेसर ने कहा कि उन्होंने भावनाओं में बहकर यह कदम उठा लिया था। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि यह गलत फैसला था।

प्रोफेसर ललन कुमार ने लिखित माफीनामा नीतिश्वर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मनोज कुमार द्वारा अग्रसरित कराते हुए यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. आरके ठाकुर को भेजा है। कॉलेज के प्रिंसिपल ने वह माफीनामा कुलसचिव को सौंपा है। इस माफीनामे में प्रोफेसर ललन ने लिखा है कि 6 बार प्रयास के बावजूद ट्रांसफर नहीं होने पर उन्होंने भावावेश में फैसला ले लिया था। प्रोफेसर ललन ने कहा कि उनकी मंशा कॉलेज की छवि को खराब करने की नहीं थी, उन्होंने कहा कि कॉलेज के अन्य साथियों से बातचीत के बाद मुझे अहसास हुआ कि ये मैंने गलत कर दिया हैं। प्रोफेसर ललन ने वादा किया है कि वह भविष्य में ऐसा नहीं करेंगे।

 

माफीनामे पर प्रिंसिपल और कुलसचिव ने कही यह बात

इस माफीनामे को लेकर प्रिंसिपल डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि किसी के दबाव में माफीनामा नहीं सौंपा है, बल्कि उन्हें यह समझ आ गया है कि उन्होंने जो किया वो गलत है, वह मानसिक रूप से काफी परेशान थे, इसलिए उन्होंने दो दिनों की छुट्टी ली है। वहीं इस पूरे मामले पर यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. आरके ठाकुर ने बताया कि उन्होंने माफीनामा भेजा है और इस मामले पर उनसे बात करेंगे। वहीं रिपोर्ट के बाद आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही, हालांकि कुलसचिव ने बताया कि अगर जरूरत हुई तो उनका सही जगह ट्रांसफर भी करेंगे।

 

प्रोफेसर ललन कुमार ने प्रिंसिपल और कुलसचिव को लिखित माफीनामा भेजा है। वहीं कॉलेज में बिहार यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिशन की बैठक हुई थी जिसमें उनसे बात भी की गई. वहीं इससे पहले प्रोफेसर ललन कुमार ने अपनी दो साल की सैलरी की 23 लाख रुपये से अधिक राशि सरकार को वापस लौटा दी थी। उन्होंने कहा था कि चूंकि पिछले दो साल से अधिक समय से कॉलेज में छात्रों को पढ़ाया नहीं है, इसलिए वो सैलरी लेने के हकदार नहीं है. वो बिना काम के मिली सैलरी को लेकर क्या करेंगे।

Rupesh Negi

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