कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार पर साधा निशाना, भाजपा विधायक द्वारा कांग्रेस प्रत्याशीयों के नामांकन खारिज करने के लिए दबाव का लगाया आरोप।
देहरादून– देहरादून नगर निगम चुनावों में प्रत्याशी नामांकन पत्रों की जांच में सत्ताधारी दल के एक विधायक द्वारा नगर निगम प्रशासन व पीठासीन अधिकारी पर कांग्रेसी उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज करने के लिए अनुचित दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व में कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता मुख्य नगर आयुक्त के कार्यालय में जमकर हंगामा क्या और उनको चुनावी प्रक्रिया में दखल अंदाजी नहीं करने के लिए चेताया। कांग्रेस नेता ने मुख्य नगर अधिकारी से कहा कि चुनाव में प्रशासन हस्तक्षेप नहीं कर सकता और उम्मीदवारों के नामांकन में अगर किसी दूसरे उम्मीदवार को आपत्ति है तो उसका निस्तारण पीठासीन अधिकारी ही कर सकते हैं कोई और उसमे हस्तक्षेप नहीं कर सकते, मुख्य नगर अधिकारी ने धस्माना की बात से सहमती व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की कोई आपत्ति पर पीठासीन अधिकारी ही निस्तारण करेंगे और नगर निगम प्रशासन कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा इस आश्वासन के बाद कांग्रेस नेताओं पीठासीन अधिकारियों से मिल कर यह आग्रह किया कि वे बिना दबाव में आए नियमानुसार ही नामांकन पत्रों की जांच व निस्तारण करें जिस पर पीठासीन अधिकारियों ने उनको आश्वस्त किया कि निष्पक्ष रूप से नामांकन पत्रों की जांच व निस्तारण किया जाएगा।
वंही उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष वर्तमान में चकराता से विधायक प्रीतम सिंह ने निकाय चुनावों से पहले सरकार पर हमला बोला है मीडिया से बात करते हुए प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा के द्वारा निकायों में कांग्रेस के प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त कराए गए जो निंदनीय है और जनता भाजपा सरकार को निकायों में सबक सिखाएगी वही जब कांग्रेस की गुटबाजी पर उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक बड़ा परिवार है और जो भी लोग नाराज़ है उनको मनाने का पूरा प्रयास किया जाएगा और वो कांग्रेस के साथ ही रहेंगे।
आज कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना की प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन खारिज होने को लेकर रोष जताया, उन्होंने कहा कि मंगलौर में हमारे प्रत्याशी के खिलाफ लगातार आपत्तियां दाखिल की गई और शासन प्रशासन ने दबाव में आकर कल नामांकन खारिज कर दिया। वंही हरबर्टपुर में हमारी प्रत्याशी के जाती प्रमाण पत्र के खिलाफ आपत्ति दाखिल की गई और दबाव बनाकर पर्चा खारिज किया गया। और राजधानी देहरादून के चार वार्ड में हमारे प्रत्याशी के खिलाफ आपत्ति दाखिल की गई, और उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक ने खुद नगर निगम में बैठकर नामांकन खारिज कराए। पुलिस बल के संरक्षण और दबाव में पर्चा खारिज किया, हम इस कृत्य के खिलाफ न्यायालय जाएंगे।पूरे राज्य में भाजपा घबराई हुई है।चुनाव के नतीजे भाजपा के पक्ष में नहीं आयेंगे ये सोच के चुनाव में देरी की गई। जल्द राज्य भर के निकायों के लिए कांग्रेस अपना घोषणा पत्र जारी करेगी।स्मार्ट सिटी के नाम पर देहरादून में करोड़ों रुपया खर्च किया गया भाजपा ने घोटाला किया। स्मार्ट सिटी के मामले में जो हमने सवाल उठाए उसे बीजेपी ने भी गंभीरता से लिया। इसीलिए इस बार भाजपा ने अपना मेयर प्रत्याशी नहीं दोहराया।