ऊर्जा विभाग सचिव से अभद्रता मामले में गिरे बॉबी पवार ने लगाए ऊर्जा विभाग पर गंभीर आरोप।
देहरादून– देहरादून पिछले दिनों उत्तराखंड सचिवालय में वरिष्ठ आईएएस और ऊर्जा विभाग के सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के साथ उनके कार्यालय में हुई अभद्रता के आरोपों में घिरे बेरोजगार संघ के अध्यक्ष छात्र नेता बॉबी पंवार ने प्रेस वार्ता करते हुए इस प्रकरण पर सफाई देने के साथ यूपीसीएल के MD पद पर अनिल यादव के सेवा विस्तार पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही बॉबी पंवार ने उत्तराखंड की सत्ता पर काबिज रही भाजपा और कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों पर भर्तियों में धांधली के आरोप लगाए हैं। बॉबी पवार ने कहा कि उन पर सचिव के आरोप झूठे हैं और सचिव के साथ उनकी मुलाकात के दौरान केवल एमडी के पद पर अनिल यादव को सेवा विस्तार देने पर बातचीत हुई थी। बॉबी पवार ने घटना के बाद ऊर्जा विभाग के भीतर काम करने वाले यूपीसीएल, पिटकुल और यूजेवीएनएल में कई अधिकारियों की नियुक्ति गलत तरीके से की गई है।
जो आज उत्तराखंड को लूट रहे हैं उन्होंने सरकार से मांग की कि तीनों विभागों में हुई भर्तियों ऊर्जा विभाग के UJVNL में 2001,2002 एवं 2003 में जूनियर इंजीनियर एवं सहायक अभियंता के पदों पर नियम विरुद्ध तरीके से नियुक्त हुए जूनियर इंजीनियर अब सहायक अभियंता और सहायक अभियंता अब अधिशासी अभियंता बन चुके हैं। जिनमें से कई जीएम- डीजीएम भी बन चुके हैं, वहीं वर्ष 2005 में अधिशासी अभियंता की सीधी भर्ती निकाली गई जबकि सीधे अधिशासी अभियंता के पदों पर विज्ञापन का कोई प्रावधान ही नहीं है। विज्ञापन के बाद राजीव कुमार सावण और सुजीत कुमार सिंह नियुक्त हुए और उसके बाद बोर्ड ने इसी विज्ञापन के माध्यम से दो सहायक अभियंताओं राजीव कुमार और मनमोहन बलोदी को नियुक्ति दे दी ।लगभग 6 माह बाद राजीव कुमार श्रावण ने अधिशासी अभियंता के पद से त्याग पत्र दे दिया तथा सीट रिक्त हो गई । परन्तु फिर बोर्ड द्वारा नियमाविरुद्ध तरीके से 2006 में सुनील कुमार जोशी को अधिशासी अभियंता पद पर तैनात कर दिए गया जो वर्तमान समय में लखवाड़-व्यासी परियोजना के जीएम हैं। ऐसे ही वर्तमान समय में विभिन्न परियोजनाओं में दर्जनों अधिशासी अभियंता, जीएम- डीजीएम बने हुए हैं। पँवार ने कहा कि ऊर्जा विभाग के सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने सेवानिवृत्त होने के बाद कई अधिकारियों को दो- दो वर्ष का सेवा विस्तार दे दिया है जिसमें अनिल कुमार यादव एम डी यूपीसीएल,सुरेन्द्र चंद्र बलूनी डायरेक्टर प्रोजेक्ट UJVNL और संदीप सिंघल एमडी UJVNL आदि सम्मिलित हैं। बॉबी पंवार ने कहा कि वह इन्हीं सब मुद्दों पर भी ऊर्जा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम से चर्चा करना चाहते थे किंतु उससे पूर्व ही सचिव के साथ उनकी कहा सुनी हो गई।
नतीजतन, अब ये मुद्दे जनता के सम्मुख लाए जा रहे हैं। बॉबी पंवार ने कहा कि यदि प्रदेश में इसी तरह नियमाविरुद्ध तरीके से सब कुछ चल रहा है तो प्रदेश के लाखों बेरोजगारों को भी नियुक्तियां दें। वरना इस सेवा विस्तार परिपाटी को समाप्त करते हुए ऊर्जा विभाग में अब तक हुई समस्त नियुक्तियों की जांच सीबीआई से कराने की मांग भी की । और इस मुद्दे को लेकर न्यायलय की शरण में जाने तथा स्वयं एवं प्रदेश के अन्य बेरोजगारों से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसी परिपाटी से रोजगार देने सम्बंधी पत्र भेजने का आह्वान किया।
और जिन अधिकारियों को सेवा विस्तार दिए गए हैं उनकी सीबीआई जांच की जाए। बॉबी पवार ने यह भी कहा की भर्तियों में गड़बड़ियों के संबंध में एक पत्र बेरोजगार संघ की तरफ से प्रधानमंत्री को भी भेजा जा रहा है और अगर सरकार बेरोजगार संघ द्वारा की गई सीबीआई जांच की मांग नहीं मानती है तो बेरोजगार संघ सभी सबूत के साथ हाई कोर्ट जाएंगे।