24 वर्ष का हुआ उत्तराखंड,आज मनाई जाएगी रजत जयंती, देहरादून पुलिस लाइन में होंगे कार्यक्रम।
देहरादून– राज्य के कार्यकर्ताओं ने कई वर्षों तक अपना आंदोलन जारी रखा और परिणामस्वरूप उत्तराखंड राज्य का गठन 9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 द्वारा उत्तर प्रदेश के पूर्ववर्ती राज्य को विभाजित करते हुए उत्तरांचल के रूप में किया गया। आज उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस धूमधाम से पुलिस लाइन मे मनाया जा रहा है प्रदेश ने आज 24 वर्ष पूरे कर लिए है , शनिवार को 25 वे वर्ष में प्रवेश किया है. उत्तराखंड 9 नवंबर 2000 को अस्तित्व में आया था। उत्तराखंड ने शनिवार को रजत जयंती वर्ष में प्रवेश किया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रदेशवासियों को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी है। उन्होंने इस अवसर पर राज्य निर्माण आंदोलन के सभी ज्ञात-अज्ञात अमर शहीदों और आंदोलनकारियों का भावपूर्ण स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आज भी राज्य के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं, प्रदेश की महिलाओं और युवा पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित एवं आशाजनक बनाना विशेष चुनौतियों में शामिल है, प्रथम निर्वाचित कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री रहे एनडी तिवारी के नेतृत्व में राज्य में विभागों का ढांचा तैयार कर विकास की बुनियाद रखी गई थी, लेकिन आज भी राज्य के सामने पर्वतीय क्षेत्रों से हो रहे पलायन को रोकने की बड़ी चुनौती है, इसके लिए ठोस और प्रभावी प्रयासों की जरूरत है, लेकिन बीजेपी सरकारों ने अपने कार्यकाल में जनता से किए वादों को निभाने की जगह सत्ता और धनबल का प्रयोग किया, विपक्षी दलों ने प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त की संस्कृति शुरू की, उन्होंने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार, बेरोजगारी, सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों, कानून व्यवस्था की स्थिति, प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाल स्थिति को लेकर भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया है।