चारधाम यात्रा को लेकर सरकार सजग,बदरीनाथ-केदारनाथ में जल्द शुरू होगें अस्पताल,11 भाषाओं में होगी एसओपी जारी।

देहरादून– इस वर्ष होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर सूबे की धामी सरकार बेहद सजग नजर आ रही है। सभी जरूरी कदम अभी से उठाए जा रहे हैं ताकि यात्रा के दौरान किसी तरह की दिक्कत न आए और अगर आए भी तो उसका समाधान मौके पर ही कर लिया जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य महकमा अपने कार्रवाई को अंजाम देने में जुट गया है। चारधाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य महकमें द्वारा क्या क्या किया जा रहा है।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा से पहले बदरीनाथ और केदारनाथ में अस्पताल शुरू हो जाऐंगे। इन अस्पतालों के लिए उपकरण खरीदने के लिए सीएम धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट से मंजूरी भी मिल चुकी है। इसके अलावा चारधाम यात्रा मार्ग पर अनुभवी और उच्च हिमालय में काम करने के लिए प्रशिक्षित मेडिकल टीम को तैनात किया जा रहा है ताकि तीर्थयात्रियों को तुरंत स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। इधर, सरकार ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वह चारधाम यात्रा से पहले अपने स्वास्थ्य का परीक्षण जरूर करा लें। इस बार चारधाम में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए लगभग 150 लोगों की मेडिकल टीम की तैनाती की जाएगी। इस टीम को हाई एल्टीट्यूड में काम करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। डाक्टरों की तैनाती 15-15 दिनों के लिए की जाएगी। स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक इस बार विभाग रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में तैनात डाक्टरों को चारधाम में तैनाती नहीं देगा। इसकी बजाए कुमाऊं और अन्य जिलों से डाक्टर और मेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाएगी।
सरकार द्वारा इस बार अलग अलग राज्य से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 11 भाषाओं में एसओपी जारी की जाएगी ताकि आने वाले सभी लोगों को सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी अच्छी तरह हो पाए। सरकार की तैयारियों के बीच देहरादून के वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर अभिषेक जैन का कहना है की यात्रा पर आने वाले लोग पहले अपने स्वास्थ्य की जांच करा लें। अगर हार्ट , स्वांस संबंधी दिक्कत हैं तो यात्रा न करें क्योंकि हाई एल्टिट्यूड पर कई बार ऑक्सीजन की कमी के चलते दिक्कत बढ़ जाती है। फिर भी यात्रा जर्रूरी हैं तो ग्रुप के साथ यात्रा पर आए ताकि परेशानी होने पर मदद मिल सके। सरकार द्वारा यात्रा मार्ग पर लगाए गए मेडिकल कैंप की मदद भी ली जा सकती है।
बीते वर्ष यात्रा की शुरूआत में तमाम तरह की दिक्कतें आई जिसको लेकर स्वास्थ्य महकमें पर सवाल भी खड़े हुए लेकिन, इस बार सरकार सभी दिक्कतों को दरकिनार करते हुए सरल और सुगम यात्रा का दावा कर रही है और यही वजह है की तैयारियों को लेकर पूरा सरकारी अमला अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है।