नाबालिग को भगा ले जाने के मामले में व्यापारियो व ग्रामीणों ने निकला जुलूस, दिनभर बाजार रहा बंद, 42 मुस्लिमों ने छोड़ी दुकाने।
देहरादून/ पुरोला– नाबालिग छात्रा को भगा कर ले जाने के प्रयास का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इससे आक्रोशित व्यापारियों ने पुरोला में दिनभर अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। आसपास के गांवों के ग्रामीण, व्यापारी और भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। मुख्य बाजार में धरना-प्रदर्शन के साथ जुलूस निकाल कर मुस्लिम समुदाय के लोगों को दुकानें खाली करने की चेतावनी दी गई। भविष्य में इस घटना की पुनरावृत्ति न हो और माहौल शांतिपूर्ण बना रहे, इसको लेकर एक बैठक भी की गई। इधर जन आक्रोश को देखतें हुए पुरोला मुख्य बाजार, कुमोला रोड, मंदिर मार्ग में साइकिल रिपेयरिंग, रजाई गद्दा भरने, आइसक्रीम व सब्जी बेचने आदि व्यवसायों से जुड़े कथित लव जिहाद के मामले में लोगों का गुस्सा देखते हुए मुस्लिम समुदाय के 42 दुकानदार अपनी दुकानें छोड़कर रातों-रात पुरोला से चले गए। पुरोला में वर्षों से रह रहे मुस्लिम समुदाय के तीन परिवार ही रह गए हैं। बीते शुक्रवार को कुमोला रोड पर साइकिल रिपेयरिंग और रजाई- गद्दा भरने का काम करने वाले उबेद खान और जितेंद्र कुमार सैनी कक्षा नौ में पढ़ने वाली किशोरी को भगा कर ले जा रहे थे। किशोरी के मामा ने मौके पर पहुंचकर दोनों युवकों को दबोच लिया। इस घटना से क्षेत्रीय निवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सोमवार को लोग ढोल- नगाड़ों के साथ मोरी बैंड पर एकत्रित हुए और यहां से नारेबाजी करते हुए कोर्ट रोड, मोरी रोड, कुमोला रोड, मंदिर मार्ग व मुख्य बाजार होते हुए तहसील परिसर तक जुलूस निकाला गया। इससे पहले मुख्य बाजार में मुस्लिम समुदाय के माहौल खराब करने वाले व्यवसायियों को तत्काल पुरोला से बाहर करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया। इस संबंध में प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम देवानंद शर्मा के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। जुलूस के दौरान भीड़ ने आरोपित युवकों की बंद दुकानों के बोर्ड भी हटा दिए। सीओ सुरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि जुलूस के दौरान पुलिस तैनात रही। नाबालिक को भगाने के मामले की विवेचना जारी है।