धामी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता जोशीमठ,शीतलहर के दृष्टिगत सभी परिवारों को हीटर एवं अलाव की मिली व्यवस्थायें।
देहरादून– धामी सरकार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में इस समय जोशीमठ आपदा प्रभावित शामिल हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार प्रभावितों के रहने-खाने से लेकर शीत से बचाने हेतु पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। जहां आपदा प्रभावित परिवारों के सदस्यों के रहने की व्यवस्था होटलों के अलावा राहत शिविरों में की गई है तो ठंड से बचाने के लिए हीटर, ब्लोअर आदि के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देश हैं कि आपदा प्रभावितों को किसी भी तरह की समस्या न होने पाए। आपदा प्रभावित परिवारों को हीटर और ब्लोअर उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा जो लोग होटल में ठहरे हैं उनके लिए होटल के हीटर-ब्लोअर उपलब्ध हैं। लोगों को थर्मल वियर, हॉट वॉटर बोतल, टोपी, मोजे, शॉल आदि जरूरत का सामान वितरित किया गया है। इसी तरह लोगों को खाद्यान्न किट, कंबल, डेली यूज़ किट दी गयी है। इसके अलावा स्थानीय निवासियों के मवेशियों का भी पूरा ख्याल राज्य सरकार की ओर से रखा जा रहा है। वहीं, आमजन की नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच भी की जा रही है। आपको बता दें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में चल रहे इन्ही सब राहत कार्यों की समीक्षा कर यह निर्देश भी दिये कि भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्र के जिन परिवारों को कंहीं ओर शिफ्ट किया गया है, शीतलहर के दृष्टिगत उन सभी परिवारों हेतु हीटर एवं अलाव की पूरी व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाएँ, साथ ही विस्थापित हुए लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए भी विस्तृत योजना बनाई जाए और सुनिश्चित किया जाए की विस्थापितों की आजीविका प्रभावित न हो । इसके लिए अभी से योजना बनाकर आगे कार्य करें और प्रभावितों को सरकार द्वारा हर संभव सुविधा उपलब्ध करना सुनिश्चित किया जाय। सीएम ने निर्देश दिये कि जोशीमठ क्षेत्र के प्रभावित लोगों को पुनर्वास एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए कितनी धनराशि की आवश्यकता होगी, इसका स्थानीय लोगों के सुझावों के आधार पर सभी बिन्दुओं को ध्यान में रखकर गहनता से आंकलन किया जाए. इस दौरान उन्होंने कहा कि जोशीमठ में भू-धंसाव के कारणों को लेकर सभी तकनीकी संस्थानों एवं वैज्ञानिकों के अध्ययन की फाइनल रिपोर्ट के बाद ट्रीटमेंट के कार्य योजना पर तेजी से कार्य सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि अधिकारी मानवीय दृष्टि से संवेदनशील होकर लोगों के लिए पुनर्वास और अन्य व्यवस्थाएं करें। साथ ही इस दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि बच्चों की बोर्ड परीक्षाएं भी निकट हैं, इसलिए प्रभावित क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई एवं परीक्षा देने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसके लिए भी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जल्द से जल्द सुनिश्चित की जाएं। जोशीमठ भू-धंसाव पर सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड पूर्णत: सुरक्षित है, जोशीमठ का केवल कुछ हिस्सा भू-धंसाव से प्रभावित है और प्रभावितों के पुनर्वास व सेटलमेंट का काम सरकार द्वारा लगातार जारी है और जोशीमठ में 65-70 प्रतिशत लोग सामान्य जीवन जी रहे हैं I चार धाम यात्रा अगले 4 महीने में शुरू होगी, सरकार का प्रयास है कि, आगामी चार धाम यात्रा और बेहतर ढंग से संचालित हो। इसके साथ ही सीएम धामी ने कहा कि केंद्र सरकार जोशीमठ की वास्तविक स्थिति पर राज्य सरकार से अपडेट लेती रहती है। राज्य के विकास का रोड मैप बनाकर निरंतर कार्य किया जा रहा है।